ज़िम्बाब्वे ने भारत को 13 रन से हराया। इस रोमांचक मुकाबले में ज़िम्बाब्वे की टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और भारत को कड़ी टक्कर दी। ज़िम्बाब्वे ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 115 रन का स्कोर भारत के सामने खड़ा किया।
नयी टीम, नए कप्तान की मेजवानी में, नए खिलाडियों के साथ भारतीय टीम ज़िम्बाब्वे पहुंची। इस दौरे के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने टीम में कई नए चेहरों को शामिल किया और नेतृत्व की जिम्मेदारी एक नए कप्तान को सौंपी। ये खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर टीम में जगह बनाने में कामयाब हुए थे।
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ज़िम्बाब्वे दौरे के पहले मुकाबले में शुभमन गिल ने टॉस जीतकर गेंदबाज़ी का फैसला किया। गेंदबाज़ी का निर्णय लेते समय शुभमन गिल ने टीम के गेंदबाजों की क्षमता पर भरोसा जताया। शुभमन गिल का यह निर्णय टीम के आत्मविश्वास को दर्शाता है और उनकी कप्तानी के अंतर्गत टीम ने पहली ही गेंद से आक्रामक खेल दिखाया।
1st Inning | 1st Match | India tour of Zimbabwe
इनोसेंट किया और वेस्ली मधेवरे ने ज़िम्बाब्वे की पारी की शुरुआत की। दोनों सलामी बल्लेबाजों पर टीम को एक मजबूत शुरुआत देने की जिम्मेदारी थी।
लेकिन, मैच की शुरुआत में ही भारतीय गेंदबाजों ने अपने कप्तान के निर्णय को सही साबित किया। मुकेश कुमार ने किया को दूसरे ओवर की तीसरी गेंद पर आउट कर भारत को बेहतरीन शुरुआत दी। मुकेश कुमार ने अपनी सटीक लाइन और लेंथ का इस्तेमाल करते हुए एक बेहतरीन डिलीवरी डाली, जिसने इनोसेंट किया को चकमा दिया। उन्होंने अच्छी लाइन और लेंथ पर गेंदबाज़ी करते हुए ज़िम्बाब्वे के बल्लेबाजों पर दबाव बनाया।
रवि विश्नोई ने अपने करियर का बेहतरीन स्पैल फेंका और उन्होंने 4 में से 2 ओवर मैडन फेंके और 13 रन देकर ज़िम्बाब्वे के 4 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। रवि विश्नोई की गेंदबाजी ने ज़िम्बाब्वे के बल्लेबाजों को लगातार दबाव में रखा और उन्हें बड़े शॉट्स खेलने का मौका नहीं दिया। उनकी गेंदबाजी में विविधता और सटीकता के कारण बल्लेबाजों के लिए रन बनाना मुश्किल हो गया।
रवि विश्नोई के इस प्रभावशाली प्रदर्शन के साथ ही वाशिंटन सुन्दर ने भी शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। वाशिंटन सुन्दर ने 11 रन देकर 2 विकेट झटके। उनकी गेंदबाजी ने ज़िम्बाब्वे की पारी को और भी मुश्किल बना दिया। उन्होंने अपनी सटीक लाइन और लेंथ से बल्लेबाजों को बांधे रखा और उन्हें रन बनाने का कोई मौका नहीं दिया।
रवि विश्नोई और वाशिंटन सुन्दर की बेहतरीन गेंदबाजी ने मिलकर ज़िम्बाब्वे की बल्लेबाजी को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। दोनों गेंदबाजों ने न केवल विकेट चटकाए बल्कि रन भी काफी कम दिए, जिससे ज़िम्बाब्वे की टीम अपने 20 ओवर में केवल 115 रन ही बना सकी।
2nd Inning | 1st Match | India tour of Zimbabwe
भारत की टीम ने लक्ष्य का पीछा करने की कोशिश की, लेकिन ज़िम्बाब्वे के गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी करते हुए भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। ज़िम्बाब्वे के गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट चटकाए और भारतीय बल्लेबाजी क्रम को दबाव में रखा।
भारत के लिए शुभमन गिल के साथ अभिषेक शर्मा पारी की शुरुआत करने आए। दोनों बल्लेबाजों पर टीम को एक ठोस शुरुआत देने की जिम्मेदारी थी, खासकर तब जब लक्ष्य छोटा था। शुभमन गिल अपनी अनुभव और तकनीक के लिए जाने जाते हैं, वहीं अभिषेक शर्मा, जो अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे थे, टीम के लिए एक नई ऊर्जा लेकर आए।
अपने पहले मैच में अभिषेक शर्मा का बल्ला नहीं चला और वे पहले ही ओवर में ब्रायन बेनेट की गेंद पर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। बेनेट ने अपनी तेज गेंदबाजी से अभिषेक शर्मा को चकमा दिया। गेंद ने उनके बल्ले का किनारा लिया और मसाकादज़ा ने कोई गलती न करते हुए कैच लपक लिया। अभिषेक शर्मा के लिए यह पहला अनुभव था और उम्मीद की जा सकती है कि वे इससे सीख लेकर भविष्य में और मजबूत होकर उभरेंगे।
चौथे ओवर की तीसरी गेंद पर गायकवाड़ भी मुज़ारबनी की गेंद पर किया को कैच दे बैठे। इस विकेट ने ज़िम्बाब्वे को और मजबूती दी और भारतीय टीम पर दबाव बढ़ा दिया। अगले ओवर में, अपना पहला मैच खेल रहे रियान पराग को चतारा की गेंद पर ब्रैंडन मावठा ने कैच आउट किया। रियान पराग के आउट होने से भारतीय टीम की स्थिति और कमजोर हो गई।
चतारा ने इसी ओवर की आखिरी गेंद पर रिंकू सिंह को भी चलता किया। रिंकू सिंह, जो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं, इस बार ज्यादा कुछ नहीं कर पाए और चतारा की गेंद पर आउट हो गए। इस विकेट ने ज़िम्बाब्वे को मैच में पूरी तरह से हावी कर दिया और भारतीय टीम पर प्रेशर बना लिया।
भारत के महज 28 रन पर 4 बल्लेबाज पवेलियन जा चुके थे। इस स्थिति में भारतीय टीम काफी दबाव में थी। शुभमन गिल, जो अभी भी क्रीज पर थे, के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी आ गई कि वे टीम को इस कठिन स्थिति से बाहर निकालें। शुरुआती विकेटों के पतन ने ज़िम्बाब्वे की टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया और मैच को रोमांचक बना दिया।
10वें ओवर की 5वीं गेंद पर जोंग्वे की गेंद पर मधेवरे ने ध्रुव जुरेल का कैच लेकर भारत की आधी टीम को पवेलियन वापस भेज दिया। ध्रुव जुरेल, जो टीम को संभालने की कोशिश कर रहे थे, ने शॉट खेला लेकिन गेंद सीधे मधेवरे के हाथों में चली गई। इस विकेट ने भारतीय टीम को गहरे संकट में डाल दिया।
अगले ओवर में ज़िम्बाब्वे के कप्तान ने भारतीय कप्तान शुभमन गिल को बोल्ड कर दिया, जिससे भारत की सारी उम्मीदें लगभग खत्म हो गईं। शुभमन गिल, जो एकमात्र अनुभवी बल्लेबाज बचे थे, का आउट होना भारतीय टीम के लिए बड़ा झटका था। रजा ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए भारत के कप्तान सहित 3 बल्लेबाजों को आउट किया। उनकी गेंदबाजी ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। रजा की विविधता और सटीकता ने भारतीय बल्लेबाजों को रन बनाने का कोई मौका नहीं दिया और उन्होंने लगातार विकेट चटकाए।
ज़िम्बाब्वे ने 19.5 ओवर में भारतीय टीम को 102 रन पर समेट दिया और मैच 13 रन से अपने नाम कर लिया। ज़िम्बाब्वे की टीम ने गेंदबाजी और फील्डिंग में बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिससे उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को दबाव में रखा और एक रोमांचक जीत हासिल की।
यह जीत ज़िम्बाब्वे के लिए बेहद महत्वपूर्ण थी, क्योंकि उन्होंने एक मजबूत भारतीय टीम को हराकर अपनी क्षमता का परिचय दिया। इस जीत ने ज़िम्बाब्वे के खिलाड़ियों और प्रशंसकों के आत्मविश्वास को बढ़ाया और टीम को भविष्य के मुकाबलों के लिए प्रेरित किया। इस जीत के साथ ज़िम्बाब्वे ने अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया और यह साबित किया कि वह किसी भी टीम को चुनौती देने में सक्षम है।